Tuesday, December 1, 2020

अंक शास्त्र -- मुलांक 9 की विशेषताएं

जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी मास की 9, 18 या 27 तारीख को हुआ हो उनका मूलांक 9 होता हैl इसका स्वामी ग्रह मंगल है यह अंक इतना प्रभावशाली  है कि इसे किसी भी रूप में समाप्त नहीं किया जा सकता l
मंगल दहकते हुए अंगारों की तरह चमकने वाला ग्रह है इसका सीधा सम्बन्ध क्रोधी प्रकृति से है, इसीलिए इसे युद्ध का देवता कहा जाता हैl 9 अंक वाले व्यक्ति भी अदम्य साहसी, वीर और मरने मारने को सदा तैयार रहते हैl

विशिष्टताएं --
9 अंक से प्रभावित जातक योद्धा होते है चाहें वे मानसिक योद्धा हो या फिर शारीरिक l इस ग्रह से प्रभावित व्यक्ति हार कर, परास्त होकर व अपमानित होकर जीवन जीने वाला नहीं होता है और किसी के अधीन होकर कार्य करना भी इनके बस की बात नहीं होती I

चाहे जिंदगी थोड़ी ही क्यों न हो  परन्तु ये उत्साह से पूर्ण शोले की तरह चमकते हुए उसे जीना चाहते है, इनका साहस कभी कभी दुस्साहस की सीमा तक पहुँच जाता है तथा मानसिक और शारीरिक रूप से ये अनेक बार अनर्थ भी कर डालते है परन्तु इतने पर भी ये अपने मार्ग या लक्ष्य से हटते नहीं और न ही डरते है क्योंकि ये अत्यंत दृण निश्चयी व वीर होते है और ऐसे  विलक्षण एवं आश्चर्यजनक साहसिक कार्य करते है जिससे इनकी कीर्ति पताका स्थापित हो जाय I
 
युद्धभूमि में भी ये लोग लड़ते लड़ते या तो वीरगति को को प्राप्त हो जाते है या फिर घायल l

जीवन में दुर्घटनाओं का आधिक्य रहता है, इनमें अग्नि कांड या विस्फोट से घायल होना भी विशिष्ट रूप से शामिल होता है, जीवन में कई बार ऑपरेशन  या सर्जरी  का भी सामना करना पड़ता है l

इनका घरेलू व पारिवारिक जीवन लड़ाई झगड़ों से भरा होता है तथा वैवाहिक जीवन भी परशानियों से युक्त रहता है
इनके सम्बन्धियों, कुटुम्बियों  व ससुराल पक्ष किसी से भी सम्बन्ध मधुर नहीं रहते l
आकाश में जब भी मंगल की स्थिति सुदृढ़ व श्रेष्ठ होती है ये अपने लक्ष्य व योजनाओं को पूर्ण करने में सफलता हासिल कर लेते है लेकिन जब मंगल निर्बल स्थिति में होता है तो इन्हें बहुत उतार चढ़ावों का सामना करना पड़ता है और ऐसी स्थिति में कभी कभी ये अंदर ही अंदर टूट भी जाते है I

सावधानियां --
1. अपने एग्रेसिव स्वभाव पर नियंत्रण करें क्योंकि आप अतिरिक्त ऊर्जा के स्वामी है और दूसरों पर अपना अधिकार जमाना चाहते है अतः उचित अनुचित का विवेक जरुरी है l
2. आप ऊर्जावान है बड़ी-2 योजनाओं व विचारों को कार्यान्वित करने की क्षमता है आपमें किन्तु यही अपेक्षा दूसरों से करना आपके लिए गलत होगा l
3. अग्नि, धारदार हथियारों व दुर्घटनादि से सावधान रहना चाहिए l

अनुकूल एवं प्रतिकूल समय ---
22 मार्च से 28 अप्रैल तक 21 अक्टूबर से 27 नवम्बर तक का समय आपके अनुकूल रहेगा I
इन दिनों में यदि 9, 18 या 27 तारीखों पर काम करेंगे तो आपको अवश्य सफलता मिलेगी और लाभ भी होगा लेकिन मई, अक्टूबर, दिसंबर, जनबरी और फरवरी के महीने आपके लिए ज्यादा शुभ नहीं है l

शुभ-अशुभ वर्ष तारीख एवं वार ---
जिन वर्षों का योग 9 होता है वे आपके लिए शुभ सिद्ध होंगे जैसे 9, 18, 27, 36, 45, 54 63, 72 व 81 वा वर्ष l
ये वर्ष इनके जीवन में उन्नति व सौभाग्यवृद्धि  को लेकर आएंगे, किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख इनके लिए शुभ सिद्ध होगी I

3 व 6 के अंक की इस अंक से मित्रता व सहानुभूति है, अतः इन अंको से सम्बंधित तारीख (3, 6, 12, 15, 21, 24 व 30), व वर्ष (3, 6, 12, 15, 21, 24, 30, 33, 39, 42, 48, 51, 57, 60, 66, 69, 75, 78 वें वर्ष)  में कार्यों को करने से भी सौभाग्य जगता है और वांछित सफलता मिलती है I

इनके लिए शुभ दिन मंगलवार, शुक्रवार तथा बृहस्पतिवार हैं यदि इन दिनों पर इनकी उपर्युक्त वर्णित शुभ तारीख भी आ जाये तो ये दिन और भी ज्यादा शुभ भुक्त होते हैं, यदि इन दिनों में कोई नवीन कार्य किया जाता है तो निश्चित ही रूकाबटें व परेशानियाँ स्वतः ही दूर हो जाएँगी I

नौकरी या व्यवसाय -- पुलिस विभाग, सेना, कार्यशाला (हथियारों की), दांतों का डॉक्टर, शल्य चिकित्सक, खिलाडी, वकील,  बिजली व अग्नि संबंधी व्यवसाय,  बिल्डर और प्रॉपर्टी डीलर व सभी साहसिक और नेतृत्वप्रधान कार्यों में सफलता l

रोग या बीमारी -- कफ-रक्त-पित्त सम्बन्धी बीमारी, तेज बुखार, रक्तचाप, सिर संबंधी रोग व पीड़ा, अग्नि व हथियारों से घायल होने का खतरा, पथरी, चेचक व संक्रामक रोगों का खतरा l

अनुकूल एवं प्रतिकूल रंग --- इनका सौभाग्यवर्धक रंग लाल या गहरा गुलाबी है. सौभाग्य वर्धन हेतु अपने जीवन में इन रंगों की ही प्रचुरता रखनी चाहिए I

भाग्यशाली रत्न -- 9 अंक वालों का सर्वाधिक भाग्यशाली रत्न मूंगा है l सोने या तांबे की अंगूठी में कम से कम 5-6 रत्ती का मूंगा अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए l

व्रत एवं पूजा --
मंगल वार का व्रत रहें, हनुमान जी के दर्शन करे बजरंगवान व हनुमानचालीसा का पाठ नित्य करें l
व्रत में एक बार भोजन ले ध्यान रहे भोजन में नमक बिल्कुल न लें l



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