जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 7, 16 या 25 तारीख को हुआ हो तो उनका मूलांक 7 होता है, इसका स्वामी ग्रह नेपच्यून या वरुण है l यह ग्रह चन्द्रमा के अनुरूप है और उससे सहानुभूति रखता है, यही कारण है 7 अंक वाले जातकों की 2 अंक वाले जातकों से अच्छी मित्रता व सहानुभूति होती है l
विशिष्टताएं ---
7 अंक के जातकों का व्यक्तित्व बहुत चुम्ब्कीय होता है जिसके कारण लोग स्वतः ही आपकी ओर आकृष्ट होते है l
आप स्वतंत्र प्रकृति के होते है और सामान्य लोगों से बिल्कुल पृथक दीखते है l
यदि आप व्यापारी है तो अपने व्यापारिक सम्बन्ध दूर देशों से स्थापित करना चाहिए और आयात-निर्यात के काम से भी जुड़ना चाहिए यही आपके भाग्योदय का मार्ग बन सकता है l चंचल स्वाभाव के कारण एक जगह रहने से इनको बेचैनी होती है यदि ये विदेश जा सकते हो तो प्रयत्न जरूर करना चाहिए सफलता निश्चित ही मिलेगी l जीवन में कई बार हवाईयात्रा करने के अवसर भी जरूर आएंगे l
विचारों में मौलिकता के कारण आप अच्छे कवि, लेखक या चित्रकार भी हो सकते है जिससे आप एक ख्याति प्राप्त व्यक्ति बन सकते है l
यदि आपके मौलिकता व उर्वरशक्ति आध्यात्मिकता पर लग गयी तो आप दार्शनिक, योगी या उच्च विचारक भी हो सकते है l यदि आपके पास अधिक धन हो तो उसके प्रति ज्यादा आसक्ति नहीं होती वे अपने धन का बहुत सा भाग दान कर देते है या किसी संस्था में लगा देते है आपकl भौतिक पदार्थों से ज्यादा लगाव नहीं होता l
व्यापार की बहुत अच्छी समझ आपके व्यक्तित्व में समाहित होती है अच्छी -2 योजनाएं आपके मस्तिष्क पटल पर आती रहती है यदि आप इन्हें कार्य रूप में परिणत कर दे तो अवश्य ही लाभ होगा l
आपका झुकाव गूढ़ रहस्यों की तरफ भी होता है ये भावी बातों को काफी हद तक भांप लेते है l
सावधानियां---
1. अपनी सवेदनशीलता व भावुकता को नियंत्रित करें दूसरों की सहायता जरूर करें किन्तु अपने अस्तित्व का भी ध्यान रखें l
2. अपनी अस्थिर स्वभाव को नियंत्रित करें और मजबूत इक्छाशक्ति के साथ आगे बढे.
3. आप एक अच्छे व्यवसायी बन सकते है लेकिन आत्मनिर्भरता के साथ l
4. 35 वर्ष के पश्चात आप सफल होंगे और अच्छा धन धान्य को अर्जित करेंगे l
शुभ वर्ष तारीख एवं वार --
आपके लिए 7, 16, 25, 34, 43, 52, 61, 70 व 79 व वर्ष तथा 7, 16, 25 तारीख शुभ रहती है.
इसके अतिरिक्त 1 व 2 मुलांक वाली तिथियाँ भी शुभ फलदायक होती है l
रविवार व सोमवार आपके लिए शुभ रहते है लेकिन इन्हीं दिनों में अनुकूल तारीख़ें भी हो तो ये दिन और भी अधिक लाभदायक सिद्ध हो सकते है l
नौकरी या व्यवसाय --- शल्य चिकित्सक, दवाइयों के निर्माता या विक्रेता, यात्राओं से संबंधित व्यवसाय जैसे पायलट, एयर होस्टेस आदि l
बीमारियां -- मस्तिष्क सम्बन्धी रोग, कुष्ठ रोग, चर्म रोग, पेट सम्बन्धी रोग, गुप्तांगों के रोग, रक्तचाप, कीट दंश आदि से ग्रस्त हो सकते है. इसके अतिरिक्त दुर्घटना (वाहन या जानवर आदि से) के प्रति सावधान रहना चाहिए l
अनुकूल रंग -- आपके शुभ रंग सफेद और हल्का हरा रंग है अतः प्रायः स्फेद कपडे ही पहने तो अच्छा है, काले रंग को पहनने से बचना चाहिए l
भाग्यशाली रत्न -- आपका विशिष्ट रत्न लहसुनिया है. इसके अतिरिक्त मोती भी शुभ रहता है, लहसुनिया को सोने की अंगूठी में जड़वाकर कनिष्ठिका अंगुली में धारण करना चाहिए और मंगल वार का व्रत रहना चाहिए l
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Monday, November 30, 2020
अंक शास्त्र -- मूलांक 6 की विशेषताएं
जिनका जन्म किसी भी मास की 6, 15, 24 तारीख को हुआ हो उनका मूलांक 6 होता है इसका स्वामी ग्रह शुक्र है l
शुक्र यानि वीनस कामदेव का प्रतीक है l
पृथ्वी के समस्त प्राणियों में काम वासना का नियंत्रण यही ग्रह करता है l 6 अंक वाले व्यक्तियों की ओर स्त्रियां शीघ्र ही आकर्षित हो जाती है इन्हे सभी सुन्दर वस्तुओं से प्यार होता है तथा इनमे बहुत प्रबल आकर्षण शक्ति होती है l
विशिष्टताएं --
इस अंक से प्रभावित व्यक्ति प्रायः दीर्घायु, स्वस्थ, हंसमुख और कामी होते है, इनका दांपत्य जीवन सामान्य होता है, ये दूसरों की भावनाओं का बहुत ख्याल रखते है और आदर भी देते है l
ये 5 मुलांक को छोड़कर शेष सभी अंको वाले व्यक्तियों से अधिक मित्र बनाने में सक्षम होते है l
स्वभाव से ये कुछ चंचल प्रकृति के होते है तथा धन को मुक्तहस्त से खर्च करते है, 6 अंक से प्रभावित स्त्रियां तो और भी ज्यादा बन-संवर कर रहती है तथा विलासितापूर्ण साजसज्जा की सामिग्री पर खूब खर्च करती है l
इस अंक के लोग यदि रुपये-पैसे से तंग भी हो तो भी इनकी वेशभूषा से कोई इसका अनुमान नहीं लगा सकता, इनके मुख पर प्रायः मुस्कराहट रहती है इसी के बल पर ये दूसरों को अपना बना लेते है, ये क्रोधी स्वाभाव के होते है और बोलने में भी बहुत माहिर होते है, क्रोधावेश में ये विरोध को सहन नहीं कर पाते लेकिन जिससे प्रेम करेंगे उसके लिए सबकुछ करने को तैयार हो जाते है l
इस अंक के जातकों के लिए शौक से किया गया नशा भी आगे चलकर मुसीबत का पिटारा बन सकता है अतः किसी भी प्रकार का नशा न करें यदि ऐसा कुछ हो तो जल्द ही छुटकारा पाने की कोशिश करनी चाहिए l
सावधानियां---
1. खर्च पर नियंत्रण करे धन संचय पर विशेष ध्यान दें l
2. आपको अपने ज्यादा बोलने की आदत पर नियंत्रण करना होगा ज्यादा उत्तर-प्रत्युत्तर ठीक नहीं l
3. मिर्च मसाले के भोजन, धूम्रपान व मदिरा सेवन से बचें l
4. विपरीत लिंगियों से सावधान रहें l
अनुकूल एवं प्रतिकूल समय ---
21 अप्रैल से 20 मई और 21 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक का समय इनके लिए अनुकूल है l
किन्तु नवम्बर का महीना ठीक नहीं रहता है l
शुभ वर्ष, तारीख व वार --
इनके जीवन में वे सभी वर्ष जिनका योग 6 आये श्रेष्ठ एवं विशिष्ट सिद्ध होंगे l
इसी प्रकार 6, 15 व 24 तारीख भी विशिष्ट सिद्ध होती है l अगर ये तारीखें उपर्युक्त वर्णित शुभ समय में आ जाएँ तो ये तारीखें और भी ज्यादा उत्तम सिद्ध होंगी इन तारीखों के साथ ही यदि बुधवार या शुक्रवार का दिन भी पड़ जाये तो ये सोने में सुगंध के सामान होगा l
नौकरी या व्यवसाय --- इस अंक से प्रभावित लोग बड़े-बड़े कलाकार, अभिनेता, संगीतज्ञ, गायक हो सकते है l साजसज्जा व सौंदर्य से जुड़े व्यवसाय, शराब आदि मादक द्रव्य पदार्थों के निर्माता व विक्रेता, सोना-चांदी, हीरा आदि रत्नों के व्यापारी भी हो सकते है l
बीमारियां --- गुप्तांगों के रोग, प्रमेह, पथरी,
मधुमेह, अण्डकोष व गर्भाशय सम्बन्धी रोग आदि l
अनुकूल रंग--- इनके लिए सफेद या हल्का व गहरा नीला रंग उपयुक्त है परन्तु काला या गहरा बैंगनी रंग भूलकर भी प्रयोग में नहीं लाना चाहिए.
भाग्यशाली रत्न--
हीरा इनके लिए सर्वश्रेष्ठ रत्न है इसे चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए l
1. खर्च पर नियंत्रण करे धन संचय पर विशेष ध्यान दें l
2. आपको अपने ज्यादा बोलने की आदत पर नियंत्रण करना होगा ज्यादा उत्तर-प्रत्युत्तर ठीक नहीं l
3. मिर्च मसाले के भोजन, धूम्रपान व मदिरा सेवन से बचें l
4. विपरीत लिंगियों से सावधान रहें l
अनुकूल एवं प्रतिकूल समय ---
21 अप्रैल से 20 मई और 21 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक का समय इनके लिए अनुकूल है l
किन्तु नवम्बर का महीना ठीक नहीं रहता है l
शुभ वर्ष, तारीख व वार --
इनके जीवन में वे सभी वर्ष जिनका योग 6 आये श्रेष्ठ एवं विशिष्ट सिद्ध होंगे l
इसी प्रकार 6, 15 व 24 तारीख भी विशिष्ट सिद्ध होती है l अगर ये तारीखें उपर्युक्त वर्णित शुभ समय में आ जाएँ तो ये तारीखें और भी ज्यादा उत्तम सिद्ध होंगी इन तारीखों के साथ ही यदि बुधवार या शुक्रवार का दिन भी पड़ जाये तो ये सोने में सुगंध के सामान होगा l
नौकरी या व्यवसाय --- इस अंक से प्रभावित लोग बड़े-बड़े कलाकार, अभिनेता, संगीतज्ञ, गायक हो सकते है l साजसज्जा व सौंदर्य से जुड़े व्यवसाय, शराब आदि मादक द्रव्य पदार्थों के निर्माता व विक्रेता, सोना-चांदी, हीरा आदि रत्नों के व्यापारी भी हो सकते है l
बीमारियां --- गुप्तांगों के रोग, प्रमेह, पथरी,
मधुमेह, अण्डकोष व गर्भाशय सम्बन्धी रोग आदि l
अनुकूल रंग--- इनके लिए सफेद या हल्का व गहरा नीला रंग उपयुक्त है परन्तु काला या गहरा बैंगनी रंग भूलकर भी प्रयोग में नहीं लाना चाहिए.
भाग्यशाली रत्न--
हीरा इनके लिए सर्वश्रेष्ठ रत्न है इसे चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए l
अंक शास्त्र -- मूलांक 5 की विशेषताएं
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 5, 14 या 23 तारीख को होता है उनका मूलांक पांच होता है l
इस अंक वाले व्यक्ति बहुत विलक्षण प्रतिभा और सूझ-बुझ के होते है l इसका स्वामी ग्रह बुध होने के कारण बुध ग्रह के गुण इनमें समाहित हो जाते है l बुध सौम्य, विद्वान, बुद्धिमान, विनोदप्रिय और भौतिक सुखों का इच्छुक ग्रह है l
5 अंक वाले व्यक्ति चाहे नौकरी करें अन्य कोई कार्य मूलतः व्यापारिक ढंग से ही काम करने की सोचते है l ऐसे लोग यदि व्यापार में प्रवृत्त हो तो विशिष्ट रूप से सफल रहते हैl
विशष्टताएँ ---
ये मानसिक रूप से बहुत ही संवेदन शील होते है उत्तेजना इनके स्वाभाव में जन्मजात होती है l
तीक्ष्ण बुद्धि के कारण ये स्थिति को व दूसरे के मन की बात को तुरंत ही भांप लेते है, इनके विचार बहुत द्रुतगामी होते है और ऐसे कारोबार करने में विश्वास रखते है जिनसे जल्द ही धन की प्राप्ति हो l
ये अच्छे मूर्तिकार भी हो सकते है और सट्टे व स्टॉक एक्सचेंज का शौक भी हो सकता है l किसी भी क्षेत्र में नया अनुभव और जोखिम उठाने के लिए सदा तैयार रहते है, स्वयं को परिस्थितयों के अनुसार ढाल लेना इनका अतिविशिष्ट गुण होता है, इसलिए जीवन में इनको ज्यादा कठिनाई की अनुभूति नहीं होती और प्रायः अपने कार्यों व लक्ष्यपूर्ति में सफल भी होते है l
धन होने पर ये खूब खर्च करते है और न होने पर बहुत ज्यादा परेशान नहीं होते, घाटा होने पर भी स्वयं को संभाल लेना व बुद्धि- विवेक को स्खलित न होने देना भी इनका एक अन्य विशिष्ट गुण है इन्हीं गुणों के कारण ये सफलता की सीढ़ियों पर ऊपर ही ऊपर चढ़ते जाते है और पीछे मुड़कर नहीं देखते l
5 अंक से प्रभावित व्यक्ति यदि अच्छे स्वभाव का है तो अच्छा ही रहेगा और यदि स्वाभाव में दुष्टता है तो संसार की कोई भी शक्ति उसके इस स्वभाव को दूर नहीं कर सकती l
इनकी मित्रमंडली बहुत विस्तृत होती है जिससे ये कभी अपने को अकेला महसूस नहीं करते, जीवन में यात्राओं का भी बाहुल्य रहता है, एक समय में दो या दो से अधिक कामों में व्यस्त रहना इनके स्वभाव में होता है, कर्मप्रधान होने के कारण दूसरों के सहारे पर नहीं बैठते व स्वयं स्थिति-परिस्थिति को संभालने की क्षमता रखते है l
भाग्य 23 वे वर्ष से साथ देना आरम्भ करेगा किन्तु 32 वे वर्ष से भाग्य अधिक अनुकूल अवसर प्रदान करेगा, जीवन के मध्यकाल तक सभी भौतिक सुख आपको प्राप्त हो जायेंगे l
सावधानियां ---
1. बोलने पर नियंत्रण करें सोच समझकर ही बोले l
2. सर्दी से बचें खांसी, जुकाम, बुखार व पेट के रोग से परेशान हो सकते है l
3. परिवार के सदस्यों से ज्यादा अपेक्षा न करें उनकी अपेक्षा बाहरी लोगो की सहायता आपको ज्यादा प्राप्त होगी l
अनुकूल एवं प्रतिकूल समय ---
इनके लिए 22 मई से 20----27जून तक और 21 अगस्त से 20----27 सितम्बर तक का समय सर्वोत्तम है l
यदि इन दिनों में 5, 14, 23 में से कोई तारीख भी हो तो शुभ फल और भी बढ़ जाता है किन्तु मई का कुछ समय तथा सितम्बर और दिसंबर के अंतिम सप्ताह का समय इनके अनुकूल नहीं होता l
शुभ वर्ष, तारीख व वार ---
वैसे तो 5 अंक वाले लोग सौभाग्यशाली होते है लेकिन 5, 14, 23, 32, 41, 50, 59, 68 व 77वां वर्ष अधिक सौभाग्यशाली होता है l
बुद्धवार व शुक्रवार का दिन इस अंक के जातकों के लिए शुभ सिद्ध होते है यदि इन दिनों में अपने अंक की शुभ तारीख़े भी आ जाएँ तो यह अत्यन्त शुभ एवं सौभाग्यशाली सिद्ध होता है l
नौकरी या व्यवसाय --- लेखाविभाग, वकील, अध्यापन कार्य, मुख्यलेखाकर, गणितज्ञ, ज्योतिषी, मस्तिष्क या बौद्धिकता से जुड़े कार्य जैसे - स्टेश्नरी व्यवसाय, प्रकाशन, सम्पादन एवं लेखन, डाक विभाग, कंप्यूटर इंजीनियर, शिल्पी तथा प्रतिनिधि के रूप में कार्य आदि l
बीमारियां --- रक्त-कफ-पित्त जनित रोग, श्वसन तंत्र संबंधी रोग, मुख, वाक्शक्ति, वायु रोग, दमा, नाड़ी रोग, कुष्ठ, मस्तिष्क सम्बन्धी रोग, लकवा, चर्म रोग आदि
अनुकूल रंग --
इनके लिए सर्वोत्तम और सौभाग्यवर्धक रंग हरा है l
हल्का भूरा या सफ़ेद रंग भी प्रयोग कर सकते है l
भाग्यशाली रत्न --- इनका सौभाग्यवर्धक रत्न पन्ना है, कम से कम 6 रत्ती का पन्ना सोने की अंगूठी में कनिष्ठिका अंगुली में धारण करना चाहिए l
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Sunday, November 29, 2020
अंक शास्त्र -- मूलांक 4 की विशेषताएं
किसी भी मास की 4, 13, 22, 31 तारीख को जन्मे लोग मुलांक 4 से प्रभावित होते है, 4 के अंक का स्वामी राहु होता है, यह सूर्य के समान है और बहुधा सूर्य के ही समान गुण वाला ग्रह है l
यह ग्रह बहुत उष्ण, ज्वलनशील व तेजस्वी होता है और जीवन में भारी उथल-पुथल करने वाला ग्रह है, यह जीवन में ऐसी घटनाओं से जुड़ता है जो सर्वथा असंभव प्रतीत होती है जैसे सहसा प्रगति, पदोन्नति, अचानक ही दिवाला निकल जाना, विस्फोट, भीषण दुर्घटना व अग्निकांड आदि l
विशिष्टताएं--- जातक को अपने जीवन में बहुत अधिक संघर्ष का सामना करना पड़ता है इनका प्रत्येक वस्तु के प्रति अपना अलग दृष्टिकोण होता है जिसके कारण लोग इनको समझ नहीं पाते और इन्हें सनकी समझने तक की भूल कर बैठते है l वास्तव में इनका जीवन एक सुधारक जैसा होता है, और विचार क्रांतिकारी होते है l
क्रोध में यह सूर्य के समान प्रचंड रूप धारण कर लेते है व सीमाओं का उल्लंघन करने से भी नहीं चूकते लेकिन यदि इनसे प्रेम और सादगीपूर्ण तरीके से बात की जाय तो न होने वाले काम भी करने को ये तैयार हो जाते है l
जीवन में शत्रुओं की कमी नहीं रहेगी ये पीठ पीछे इनको फ़साने के लिए षड्यंत्र रचेंगे और इनके खिलाफ अधिकारियों के कान भरेंगे लेकिन बिगाड़ कुछ नहीं पाएंगे l
इनके मन में छुपे हुए रहस्य को जान पाना बहुत ही मुश्किल होतl है यहाँ तक के इनकी पत्नी तक इनके रहस्य की थाह नहीं पा सकती l
स्वतंत्र निर्णय लेने में ऐसे जातक अपने को बहुत असहज पाते है इनको हमेशा परामर्श की आवश्यकता महसूस होती रहती है और मन में हमेशा अकेलेपन का भ्रम रहता है l
इनके मित्र भी वही बन सकते है जिनके दिमाग में ऊँची बातें हो, समाज सुधारक हो, बड़े राजनेता या उच्च पद पर आसीन हों l
इनका वैवाहिक जीवन संतोषजनक नहीं होता और परिवार में भी भाइयों से नहीं बनती l पिता का सुख कम ही रहता है उनकी की संपत्ति पहले तो मिलेगी ही नहीं यदि मिलती भी है तो उसमे कई अटकलों व परेशानियों का सामना करना पड़ता है l
सावधानियां ---
1. क्रोध पर नियंत्रण करें ऐसी स्थिति परस्थितयों से बचें जहाँ आवेश और क्रोध की उत्पत्ति हो अन्यथा कोई अनिष्ट तक होने की सम्भावना हो सकती है l
2. स्वस्थ वातावरण में रहें और कोशिश करें कि आप शांत और खुश रहें l
3. झूठा आश्वासन देने या बहाना बनाने से बचें यदि किसी कार्य को आप नहीं करना चाहते तो स्पष्ट मना कर दें l
4. चार पैर वाले जानवरों व वाहन आदि से बचकर रहें, ऊँचे स्थान पर न बैठें l
अनुकूल एवं प्रतिकूल समय
22 जून से 20 अगस्त तक का समय आपके लिए बहुत प्रभावशाली, श्रेष्ठ एवं उन्नतिदायक है l
वहीँ अक्टूबर, नवम्बर तथा दिसम्बर का समय आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं है l
शुभ-अशुभ वर्ष, तारीख व वार ---
इनके जीवन के 4, 13, 22, 31, 40, 49, 58, 67, 76 वl वर्ष अत्यंत प्रमुख है, जीवन की प्रमुख घटनाएं इन्हीं वर्षों में होंगी l
इन लोगों को अपने प्रमुख उद्देश्य व कार्य किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख को ही पूर्ण करने की कोशिश करनी चाहिए अगर ये तारीख अपने शुभ समय काल 21 जून से 27 जुलाई के मध्य आ जाएँ तो और भी ज्यादा शुभ सिद्ध हो तत्पश्चात अंक 1, 2 व 7, अंक 4 के अनुरूप है और मित्र है, अतः जिन तारीखों व वर्षों का योग एकल अंक 1, 2 या 7 आये वो भी समानरूप से शुभ व सौभाग्यशाली सिद्ध होते है l
इनके शुभ और सौभाग्यशाली दिन शनिवार, रविवार व सोमवार हैं यदि उपर्युक्त शुभ तारीखें इन दिनों पर पड़ जाएँ तो ये और भी ज्यादा सुख सौभाग्य को देने वाले होते है l
नौकरी व व्यवसाय -- चमड़े का व्यवसाय, फोटोग्राफी, मुद्रण कार्य, अन्वेषण संबंधी, जुआ व शेयर मार्किट, मशीनरी व पुर्जों का व्यवसाय, फेरीवाले व्यापारी, आर्टिस्टिक कॅरिअर l
बीमारियां -- हिरदै रोग, कुष्ठ, मानसिक उत्तेजना, कीटाणु व विष आदि से उत्पन्न रोग, पेट सम्बन्धी रोग, पैरों पर चोट विशेषकर बांया पैर तथा संक्रामक रोगों से ग्रसित होने की सम्भावना होती है l
अनुकूल रंग -- चमकीले रंग, नीला व भूरा रंग आपके लिए विशेष अनुकूल है l
भाग्यशाली रत्न --
इनके लिए गोमेद शुभ फलदायक होगा तथा नीलम भी इनके स्वभाव के अनुरूप होता है अतः इसे भी धारण करा जा सकता है इसको पंचधातु की अंगुठी में पहना जाता है l
गोमेद को चांदी की अंगूठी में धारण कर सकते है l
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यह ग्रह बहुत उष्ण, ज्वलनशील व तेजस्वी होता है और जीवन में भारी उथल-पुथल करने वाला ग्रह है, यह जीवन में ऐसी घटनाओं से जुड़ता है जो सर्वथा असंभव प्रतीत होती है जैसे सहसा प्रगति, पदोन्नति, अचानक ही दिवाला निकल जाना, विस्फोट, भीषण दुर्घटना व अग्निकांड आदि l
विशिष्टताएं--- जातक को अपने जीवन में बहुत अधिक संघर्ष का सामना करना पड़ता है इनका प्रत्येक वस्तु के प्रति अपना अलग दृष्टिकोण होता है जिसके कारण लोग इनको समझ नहीं पाते और इन्हें सनकी समझने तक की भूल कर बैठते है l वास्तव में इनका जीवन एक सुधारक जैसा होता है, और विचार क्रांतिकारी होते है l
क्रोध में यह सूर्य के समान प्रचंड रूप धारण कर लेते है व सीमाओं का उल्लंघन करने से भी नहीं चूकते लेकिन यदि इनसे प्रेम और सादगीपूर्ण तरीके से बात की जाय तो न होने वाले काम भी करने को ये तैयार हो जाते है l
जीवन में शत्रुओं की कमी नहीं रहेगी ये पीठ पीछे इनको फ़साने के लिए षड्यंत्र रचेंगे और इनके खिलाफ अधिकारियों के कान भरेंगे लेकिन बिगाड़ कुछ नहीं पाएंगे l
इनके मन में छुपे हुए रहस्य को जान पाना बहुत ही मुश्किल होतl है यहाँ तक के इनकी पत्नी तक इनके रहस्य की थाह नहीं पा सकती l
स्वतंत्र निर्णय लेने में ऐसे जातक अपने को बहुत असहज पाते है इनको हमेशा परामर्श की आवश्यकता महसूस होती रहती है और मन में हमेशा अकेलेपन का भ्रम रहता है l
इनके मित्र भी वही बन सकते है जिनके दिमाग में ऊँची बातें हो, समाज सुधारक हो, बड़े राजनेता या उच्च पद पर आसीन हों l
इनका वैवाहिक जीवन संतोषजनक नहीं होता और परिवार में भी भाइयों से नहीं बनती l पिता का सुख कम ही रहता है उनकी की संपत्ति पहले तो मिलेगी ही नहीं यदि मिलती भी है तो उसमे कई अटकलों व परेशानियों का सामना करना पड़ता है l
सावधानियां ---
1. क्रोध पर नियंत्रण करें ऐसी स्थिति परस्थितयों से बचें जहाँ आवेश और क्रोध की उत्पत्ति हो अन्यथा कोई अनिष्ट तक होने की सम्भावना हो सकती है l
2. स्वस्थ वातावरण में रहें और कोशिश करें कि आप शांत और खुश रहें l
3. झूठा आश्वासन देने या बहाना बनाने से बचें यदि किसी कार्य को आप नहीं करना चाहते तो स्पष्ट मना कर दें l
4. चार पैर वाले जानवरों व वाहन आदि से बचकर रहें, ऊँचे स्थान पर न बैठें l
अनुकूल एवं प्रतिकूल समय
22 जून से 20 अगस्त तक का समय आपके लिए बहुत प्रभावशाली, श्रेष्ठ एवं उन्नतिदायक है l
वहीँ अक्टूबर, नवम्बर तथा दिसम्बर का समय आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं है l
शुभ-अशुभ वर्ष, तारीख व वार ---
इनके जीवन के 4, 13, 22, 31, 40, 49, 58, 67, 76 वl वर्ष अत्यंत प्रमुख है, जीवन की प्रमुख घटनाएं इन्हीं वर्षों में होंगी l
इन लोगों को अपने प्रमुख उद्देश्य व कार्य किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख को ही पूर्ण करने की कोशिश करनी चाहिए अगर ये तारीख अपने शुभ समय काल 21 जून से 27 जुलाई के मध्य आ जाएँ तो और भी ज्यादा शुभ सिद्ध हो तत्पश्चात अंक 1, 2 व 7, अंक 4 के अनुरूप है और मित्र है, अतः जिन तारीखों व वर्षों का योग एकल अंक 1, 2 या 7 आये वो भी समानरूप से शुभ व सौभाग्यशाली सिद्ध होते है l
इनके शुभ और सौभाग्यशाली दिन शनिवार, रविवार व सोमवार हैं यदि उपर्युक्त शुभ तारीखें इन दिनों पर पड़ जाएँ तो ये और भी ज्यादा सुख सौभाग्य को देने वाले होते है l
नौकरी व व्यवसाय -- चमड़े का व्यवसाय, फोटोग्राफी, मुद्रण कार्य, अन्वेषण संबंधी, जुआ व शेयर मार्किट, मशीनरी व पुर्जों का व्यवसाय, फेरीवाले व्यापारी, आर्टिस्टिक कॅरिअर l
बीमारियां -- हिरदै रोग, कुष्ठ, मानसिक उत्तेजना, कीटाणु व विष आदि से उत्पन्न रोग, पेट सम्बन्धी रोग, पैरों पर चोट विशेषकर बांया पैर तथा संक्रामक रोगों से ग्रसित होने की सम्भावना होती है l
अनुकूल रंग -- चमकीले रंग, नीला व भूरा रंग आपके लिए विशेष अनुकूल है l
भाग्यशाली रत्न --
इनके लिए गोमेद शुभ फलदायक होगा तथा नीलम भी इनके स्वभाव के अनुरूप होता है अतः इसे भी धारण करा जा सकता है इसको पंचधातु की अंगुठी में पहना जाता है l
गोमेद को चांदी की अंगूठी में धारण कर सकते है l
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अंक शास्त्र -- मूलांक 3 की विशेषताएं
जिन व्यक्तयों का जन्म किसी भी मास की 3, 12, 21 या 30 तारीख को होता है वे मुलांक 3 के अंतर्गत आते है, इसका स्वामी ग्रह बृहस्पति है l
3 अंक वाला व्यक्ति 1 अंक वाले व्यक्ति के समान ही साहसी और महत्वाकांक्षी होता है इनकी अपने समान मूलांक वाले व्यक्तियों से अच्छी मित्रता होती है और एक दूसरे के लिए लाभदायक व समर्पित भी सिद्ध होते है l
विशिष्टता --
ऐसे लोग स्पष्ट वादी व महत्वाकांक्षी होते है किसी के अधीन रहकर कार्य करना इनको पसंद नहीं होता, हमेशा ऊँचा पद व अधिकाधिक अधिकार पसंद होते है, पद्धतियुक्त जीवन को जाने वाले यह लोग स्वयं अनुशासित होकर रहते है और दूसरों से भी कड़ाई के साथ अनुशासन का पालन करवाना चाहते है जिससे इनके बिना चाहे ही बहुत से शत्रु बन जाते हैl
यह बहुत व्यवहारिक वाक्पटु व नीतिवान होते हैl
लोगो का विश्वास व सहानुभूति सहज में ही जीतने वाले हो, कुछ मामलों में बहुत स्वार्थी भी होते है l
पत्नी बहुत सुंदर, सुशील व आज्ञाकारिणी होती है l
सावधानियां ---
1. खर्च पर नियंत्रण बनाये व धन संचय पर ध्यान दे, ध्यान रहे बुरे समय में आप अपने आपको अकेला ही पाएंगे और परेशान महसूस करेंगे l
2. दूसरों की सफलता पर ईर्ष्या न करें कोई यदि धनिक व ऐश्वर्ययुक्त जीवन को व्यतीत कर रहा है तो निराश न हो, धीरे -2 प्रयास रत होकर आप भी उन्हीं की तरह मान सम्मान व ऐश्वर्य को प्राप्त कर लेंगे I
3. घटिआ और निम्न स्तर के लोगो से दूर रहें और अपने स्तर को हल्का न होने दे l
4. अपनी तानाशाही के स्वाभाव पर अंकुश लगाना चाहिए अन्यथा बिना चाहे ही आपके शत्रु बनेंगे और आपको परेशान करेंगे l
अनुकूल समय--
3,12, 21, 30, 39, 48, 57 वा वर्ष विशिष्ट रूप से शुभ सिद्ध होंगे I
तारीख भी 3,12, 21, 30 विशिष्ट शुभ रहेंगी, इसके अतिरिक्त 6, 9,15,18, 24, 27 लाभकारी सिद्ध होती हैl
वे सभी वर्ष जिनका योग 3 हो या 3 से पूर्ण रूप से विभक्त हो शुभ सिद्ध होंगे l
विशिष्ट दिन बृहस्पतिवार है इसके अतिरिक्त शुक्र व मंगल भी शुभ भुक्त होते है यदि इन दिनों पर इनकी शुभ तारीखें भी आ जाएँ तो और भी ज्यादा शुभ व सौभाग्यशाली सिद्ध हो l इनको अपने मुख्य व विशिष्ट कार्य इन्हीं तिथियों पर पूर्ण करने की कोशिश करनी चाहिए I
शुभ समय --
29 फरबरी से 26 मार्च और 21नवम्बर से 27 दिसम्बर तक का समय सौभाग्यशाली सिद्ध होगा I
नौकरी या व्यवसाय -- उच्च शिक्षक, निदेशक, व्यवस्थापक, प्रभावशाली वकील व जज, धर्म गुरु, चिकित्सक, बैंक मैनेजर, व उच्च पदों पर आसीन अधिकारी, ऊनी वस्त्र विक्रेता आदि l
बीमारियां -- मोटापा, कब्ज, कर्ण रोग, पेट के रोग, टाइफाइड, हर्निया, पेट में गैस की समस्या, त्वचा के रोग आदि से परेशानी हो l
अनुकूल रंग
पीले रंग को प्राथमिकता देनी चाहिए I
बैंगनी व गुलाबी कलर भी शुभ रहेंगे I
मकान, घर के परदे, तकिये आदि में इसी रंग की प्रचुरता रहे तो विशिष्ट शुभ हो l
भाग्यशाली रत्न
पुखराज आपका सौभाग्यशाली रत्न है आपके पीले रंग का ही पुखराज सोने की अंगूठी में जड़वाकर गुरुवार को तर्जनी अंगुली में धारण करना चाहिए I
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अंक शास्त्र -- मूलांक 2 की विशेषताएं
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 2, 11, 20, 29 तारीख को होता है उनका मूलांक दो होता है, इसका स्वामी ग्रह चन्द्रमा है l
विशिष्टता --
ये अत्यन्त सहृदयी और मृदुभाषी होते है, कल्पनाशील, कलाप्रेमी व स्वभाव से रोमांटिक प्रवृति के होते है l
चन्द्रमा के स्वभाव के अनुरूप इनकी प्रकृति में चंचलता की प्रधानता रहती है अतः किसी भी कार्य को अधिक समय तक करना आपके लिए भारी होगा, मस्तिष्क पटल पर नए-2 विचारों व योजनाओं का आना स्वाभाविक ही होगा किन्तु उनको समयानुसार कार्यान्वित कर पाना इनके लिए बड़ी चुनौती रहेगा l
शारीरिक श्रम के स्थान पर दिमागी कार्यों में ज्यादा सफल रहेंगे क्योंकि ये शारीरिक रूप से अधिक शक्तिशाली व सुदृढ़ नहीं होते l
ये मित्र बनाने में तो दक्ष होते है लेकिन इनको अच्छे व सच्चे मित्रों का अभाव ही रहता है l
आत्मविश्वास की कमी व क्षण-क्षण में विचारों में परिवर्तन होने के कारण जीवन में कई बार असफलता का मुंह देखना पड़ता है l व्यवहारिक योग्यता की कमी होने कारण इन्हें जीवन में प्रायः धोखाधड़ी का भी शिकार होना पड़ता है l
सावधानियां ---
1. अपने विचारों व योजनाओं को दृढ़ता से कार्यान्वित करने की कोशिश करें l
2. जल्दबाज प्रकृति को नियंत्रित करें, इक्छाशक्ति आत्मविश्वास को मजबूत करें, असफलता पर निराश न हों l
3. किसी भी कार्य को आरम्भ करें उसको पूर्ण करके ही छोड़े क्योंकि बाद में आप इस पेंडिंग वर्क को पूर्ण नहीं कर सकते l
4. विपरीत लिंगियों पर विश्वास न करें धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ सकता है l
अनुकूल समय --
20 जून से 27 जुलाई तक का समय आपके लिए सर्वाधिक उपयुक्त है इन दिनों में पड़ने वाले सोमवार और भी ज्यादा शुभकारी रहेंगे l
शुभ-अशुभ वर्ष, तिथि एवं वार --
अंक 2 के 1, 4 व 7 मित्र अंक है अतः जिन तारीखों व वर्षों का योग 1, 2, 4 व 7 हो वो शुभ प्रभाव को देने वाले होंगे l किंतु 4 अंक से बनने वाले तारीखों जैसे 4, 13, 22, 31 तारीख को अपनी तरफ से किसी कार्य हेतु नहीं चुनना चाहिए क्योंकि यह एक क्रूर व दुष्ट प्रभाव को रखने वाला ग्रह है इसके दूरगामी प्रभाव व फल शुभ नहीं होते, अचानक से विपत्ति में डालने वाले हो सकते है चाहें कार्य कितना भी शुभ संपन्न क्यों न हुआ हो l
इनकी सर्वाधिक शुभ तिथियां व वर्ष 2 अंक से ही प्रभावित होंगे जैसे - 2, 11, 20, 29 तारीख वा 2, 11, 20, 29, 38, 47, 56, 65, 74 वां वर्ष, कोई भी महत्वपूर्ण कार्य इनको इन्हीं तिथियों में करने चाहिए विशेषकर जब ये तिथियाँ 20 जून से 27 जुलाई के मध्य आ जाएँ तो और भी ज्यादा शुभ सिद्ध होती है l
शुभ वार -- रविवार और सोमवार इनके लिए शुभ दिन है इस दिन यदि उपर्युक्त वर्णित शुभ तारीख भी पड़ जाएँ तो और भी ज्यादा शुभ होता है l
नौकरी या व्यवसाय --
जल में उत्पन्न बस्तुओं के विक्रेता, औषधि निर्माता, शराब की दुकान, सेल्समेन, सिंचाई विभाग, तेल व दूध संबंधी व्यवसाय, प्रतिनिधि के रूप में कार्य, सभी तरल पदार्थों से सम्बंधित व्यवसाय या जहाँ ऐसे पदार्थों का उत्पादन होता है वहां की नौकरी आदि l
बीमारियां -- कफ व रक्त सम्बन्धी विकार, नेत्र रोग, मानसिक रोग, शीतज्वर, प्रमेह, अण्डकोष व गर्भाशय सम्बन्धी रोग तथा पेट व आंतों में विकार संभव है l
शुभ रंग -- इनके लिए हरा रंग बहुत उपयोगी है इसके अतिरिक्त सफेद व क्रीम रंग भी उपयुक्त रहेगा l
काले, बैंगनी व गहरे रंग इनके लिए बहुत हानिकारक है.
भाग्यशाली रत्न ---- इनका प्रधान रत्न मोती है, एक चिकना, कान्तियुक्त व सुडौल मोती चांदी की अंगूठी में जड़वाकर कनिष्ठिका अंगुली में धारण कारण चाहिए l
विशिष्टता --
ये अत्यन्त सहृदयी और मृदुभाषी होते है, कल्पनाशील, कलाप्रेमी व स्वभाव से रोमांटिक प्रवृति के होते है l
चन्द्रमा के स्वभाव के अनुरूप इनकी प्रकृति में चंचलता की प्रधानता रहती है अतः किसी भी कार्य को अधिक समय तक करना आपके लिए भारी होगा, मस्तिष्क पटल पर नए-2 विचारों व योजनाओं का आना स्वाभाविक ही होगा किन्तु उनको समयानुसार कार्यान्वित कर पाना इनके लिए बड़ी चुनौती रहेगा l
शारीरिक श्रम के स्थान पर दिमागी कार्यों में ज्यादा सफल रहेंगे क्योंकि ये शारीरिक रूप से अधिक शक्तिशाली व सुदृढ़ नहीं होते l
ये मित्र बनाने में तो दक्ष होते है लेकिन इनको अच्छे व सच्चे मित्रों का अभाव ही रहता है l
आत्मविश्वास की कमी व क्षण-क्षण में विचारों में परिवर्तन होने के कारण जीवन में कई बार असफलता का मुंह देखना पड़ता है l व्यवहारिक योग्यता की कमी होने कारण इन्हें जीवन में प्रायः धोखाधड़ी का भी शिकार होना पड़ता है l
सावधानियां ---
1. अपने विचारों व योजनाओं को दृढ़ता से कार्यान्वित करने की कोशिश करें l
2. जल्दबाज प्रकृति को नियंत्रित करें, इक्छाशक्ति आत्मविश्वास को मजबूत करें, असफलता पर निराश न हों l
3. किसी भी कार्य को आरम्भ करें उसको पूर्ण करके ही छोड़े क्योंकि बाद में आप इस पेंडिंग वर्क को पूर्ण नहीं कर सकते l
4. विपरीत लिंगियों पर विश्वास न करें धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ सकता है l
अनुकूल समय --
20 जून से 27 जुलाई तक का समय आपके लिए सर्वाधिक उपयुक्त है इन दिनों में पड़ने वाले सोमवार और भी ज्यादा शुभकारी रहेंगे l
शुभ-अशुभ वर्ष, तिथि एवं वार --
अंक 2 के 1, 4 व 7 मित्र अंक है अतः जिन तारीखों व वर्षों का योग 1, 2, 4 व 7 हो वो शुभ प्रभाव को देने वाले होंगे l किंतु 4 अंक से बनने वाले तारीखों जैसे 4, 13, 22, 31 तारीख को अपनी तरफ से किसी कार्य हेतु नहीं चुनना चाहिए क्योंकि यह एक क्रूर व दुष्ट प्रभाव को रखने वाला ग्रह है इसके दूरगामी प्रभाव व फल शुभ नहीं होते, अचानक से विपत्ति में डालने वाले हो सकते है चाहें कार्य कितना भी शुभ संपन्न क्यों न हुआ हो l
इनकी सर्वाधिक शुभ तिथियां व वर्ष 2 अंक से ही प्रभावित होंगे जैसे - 2, 11, 20, 29 तारीख वा 2, 11, 20, 29, 38, 47, 56, 65, 74 वां वर्ष, कोई भी महत्वपूर्ण कार्य इनको इन्हीं तिथियों में करने चाहिए विशेषकर जब ये तिथियाँ 20 जून से 27 जुलाई के मध्य आ जाएँ तो और भी ज्यादा शुभ सिद्ध होती है l
शुभ वार -- रविवार और सोमवार इनके लिए शुभ दिन है इस दिन यदि उपर्युक्त वर्णित शुभ तारीख भी पड़ जाएँ तो और भी ज्यादा शुभ होता है l
नौकरी या व्यवसाय --
जल में उत्पन्न बस्तुओं के विक्रेता, औषधि निर्माता, शराब की दुकान, सेल्समेन, सिंचाई विभाग, तेल व दूध संबंधी व्यवसाय, प्रतिनिधि के रूप में कार्य, सभी तरल पदार्थों से सम्बंधित व्यवसाय या जहाँ ऐसे पदार्थों का उत्पादन होता है वहां की नौकरी आदि l
बीमारियां -- कफ व रक्त सम्बन्धी विकार, नेत्र रोग, मानसिक रोग, शीतज्वर, प्रमेह, अण्डकोष व गर्भाशय सम्बन्धी रोग तथा पेट व आंतों में विकार संभव है l
शुभ रंग -- इनके लिए हरा रंग बहुत उपयोगी है इसके अतिरिक्त सफेद व क्रीम रंग भी उपयुक्त रहेगा l
काले, बैंगनी व गहरे रंग इनके लिए बहुत हानिकारक है.
भाग्यशाली रत्न ---- इनका प्रधान रत्न मोती है, एक चिकना, कान्तियुक्त व सुडौल मोती चांदी की अंगूठी में जड़वाकर कनिष्ठिका अंगुली में धारण कारण चाहिए l
अंक शास्त्र -- मूलांक 1 की विशेषताएं
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी मास की 1, 10, 19, 28 को हुआ हो उनका मूलांक 1 होता है, इसका स्वामी ग्रह सूर्य है l
विशिष्टता - इस अंक के जातक दृढ़ इक्छा शक्ति को रखने वाले व रचनात्मक प्रवृति के होते है ये स्वभाव से हँसमुख और दूसरों को अपनी ओर तुरंत ही आकर्षित करने वाले होते हैं साथ ही अदम्य साहसी व नेतृत्व प्रधान भी होते हैं, किसी के प्रभाव या दवाब में रहकर काम करना इनके बस की बात नहीं होती l परिवार, समाज, मित्र मंडली व कार्यस्थल पर भी नेतृत्व करने का गुण प्रधान बना रहता है, चाटुकारिता व झूठी खुशामद इनको पसंद नहीं होती है l जिसके चलते कई बार इनके नौकरी-व्यवसाय में भी परिवर्तन होता रहता है l
नवीनता की खोज में लगे रहना, विलक्षण एवं अद्भुत कार्य करना भी इनका एक अन्य गुण है l
नवीनता की खोज में लगे रहना, विलक्षण एवं अद्भुत कार्य करना भी इनका एक अन्य गुण है l
निर्णय करने में ये बहुत चतुर होते है अनिश्चय की स्थिति न के बराबर होती है इनके निर्णय अधिकांशतः सही होते है l
ये स्वतंत्र प्रकृति के व अधिकार पसंद होते है, बड़ी से बड़ी व्यवस्था व अधिकार को बाखूबी सँभालने की क्षमता इनके व्यक्तित्व में समाहित होती है l
यह अपने निश्चय पर अटल रहते है और अपने लक्ष्य को जब तक प्राप्त नहीं कर लेते यह चैन की सांस नहीं लेते, यही कारण है कि यह किसी भी क्षेत्र में काम करें वहां के मुख्य पद को प्राप्त करके ही रहते है l
सावधानिया ---
1.अपने अहंकारी व हठी स्वाभाव से बचें l
2. खर्च पर नियंत्रण करने का प्रयत्न करें व धन संचय पर ध्यान दें l
3. धन के मामले में कोई जोखिम न लें बरना धोखाधड़ी व धन-मान की हानि संभव है l
4. प्रेम प्रसंग के मामले में सावधानी बरतें अन्यथा समाज में धूमिलता का सामना करना पड़ सकता है l
अनुकूल व प्रतिकूल समय -- 22 मार्च से 28 अप्रैल और 21 जुलाई से 28 अगस्त तक का समय इनके लिए बहुत शुभ व प्रभावशाली होता है.
अक्टूबर,नवंबर और दिसंबर के महीने प्रतिकूल सिद्ध होंगे. अतः इन महीनों में सावधानी बरतनी चाहिए और कोई नवीन कार्य आरम्भ नहीं करना चाहिए..
शुभ व अशुभ तिथियां --
किसी भी महीने की 1, 10, 19 व 28 तारीख शुभ रहेगी अपने महत्व पूर्ण कार्य इन्हीं तिथियों में करने का प्रयास करना चाहिए l
इस अंक के मित्र अंक 2 व 7 अंक भी है अतः वो सभी तिथियां जिनका योग 2 हो, भी शुभ होती है.
इसी प्रकार वे सभी वर्ष जिनका योगफ़ल 1, 2 व 7 आये.
शुभ वार -- रविवार व सोमवार
नौकरी या व्यवसाय --- प्रधान, प्रमुख एवं प्रसिद्ध व्यक्ति, केमिस्ट, दबाओं की दुकान, सोने-चांदी की दुकान, सैनिक, सेना अध्यक्ष, सेल्स एग्जीक्यूटिव, निदेशक, तथा व्यवस्था से जुड़े अन्य प्रमुख पद आदि l
बीमारियां -- सर दर्द, नेत्रविकार, पित्तविकार, बुखार, हिरदै रोग, अस्थि एवं चर्म रोग, पेट व पीठ सम्बंधित रोग l
शुभ रंग -- सुनहरा, पीला व तांबे की आभा वाला रंग व भूरा रंग
भाग्यशाली रत्न ---- आपका शुभ रत्न माणिक्य है. इनको रविवार को सोने की अंगूठी में 5 या 6 रत्ती का माणिक अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए.
ये स्वतंत्र प्रकृति के व अधिकार पसंद होते है, बड़ी से बड़ी व्यवस्था व अधिकार को बाखूबी सँभालने की क्षमता इनके व्यक्तित्व में समाहित होती है l
यह अपने निश्चय पर अटल रहते है और अपने लक्ष्य को जब तक प्राप्त नहीं कर लेते यह चैन की सांस नहीं लेते, यही कारण है कि यह किसी भी क्षेत्र में काम करें वहां के मुख्य पद को प्राप्त करके ही रहते है l
सावधानिया ---
1.अपने अहंकारी व हठी स्वाभाव से बचें l
2. खर्च पर नियंत्रण करने का प्रयत्न करें व धन संचय पर ध्यान दें l
3. धन के मामले में कोई जोखिम न लें बरना धोखाधड़ी व धन-मान की हानि संभव है l
4. प्रेम प्रसंग के मामले में सावधानी बरतें अन्यथा समाज में धूमिलता का सामना करना पड़ सकता है l
अनुकूल व प्रतिकूल समय -- 22 मार्च से 28 अप्रैल और 21 जुलाई से 28 अगस्त तक का समय इनके लिए बहुत शुभ व प्रभावशाली होता है.
अक्टूबर,नवंबर और दिसंबर के महीने प्रतिकूल सिद्ध होंगे. अतः इन महीनों में सावधानी बरतनी चाहिए और कोई नवीन कार्य आरम्भ नहीं करना चाहिए..
शुभ व अशुभ तिथियां --
किसी भी महीने की 1, 10, 19 व 28 तारीख शुभ रहेगी अपने महत्व पूर्ण कार्य इन्हीं तिथियों में करने का प्रयास करना चाहिए l
इस अंक के मित्र अंक 2 व 7 अंक भी है अतः वो सभी तिथियां जिनका योग 2 हो, भी शुभ होती है.
इसी प्रकार वे सभी वर्ष जिनका योगफ़ल 1, 2 व 7 आये.
शुभ वार -- रविवार व सोमवार
नौकरी या व्यवसाय --- प्रधान, प्रमुख एवं प्रसिद्ध व्यक्ति, केमिस्ट, दबाओं की दुकान, सोने-चांदी की दुकान, सैनिक, सेना अध्यक्ष, सेल्स एग्जीक्यूटिव, निदेशक, तथा व्यवस्था से जुड़े अन्य प्रमुख पद आदि l
बीमारियां -- सर दर्द, नेत्रविकार, पित्तविकार, बुखार, हिरदै रोग, अस्थि एवं चर्म रोग, पेट व पीठ सम्बंधित रोग l
शुभ रंग -- सुनहरा, पीला व तांबे की आभा वाला रंग व भूरा रंग
भाग्यशाली रत्न ---- आपका शुभ रत्न माणिक्य है. इनको रविवार को सोने की अंगूठी में 5 या 6 रत्ती का माणिक अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए.
अंक शास्त्र -- जीवन में अंकों का महत्व
भारतीय ज्योतिष में मूल रूप से 9 ग्रहों को ही प्रधानता प्राप्त है अंक विद्द्या में भी प्रथम 9 अंकों को ही प्रधान माना जाता है l
इसके बाद जो अंक होते है उनको संयुक्तांक के रूप में जाना जाता है, एक से 9 तक के अंकों को मूलांक कहते है और इसके आगे की संख्याओं का योग करके मुलांक बना लिए जाते है l
मूलांक को जन्म तारीख से सहज ही निकाला जा सकता है जैसे मान लिया किसी का जन्म 2, 11, 20 या 29 तारीख को होता है तो उस व्यक्ति का मूलांक 2 होगा l इसी प्रकार दूसरे मूलांकों को भी ज्ञात किया जा सकता है जिस व्यक्ति का जो भी मूलांक होता है उसी के अनुसार उसका स्वभाव, रहन-सहन, खान-पान, व्यवहार आदि होता है l
अंक ज्योतिष में सभी 9 मूलांकों का संक्षिप्त विवरण आगे दिया जा रहा है l
इसके बाद जो अंक होते है उनको संयुक्तांक के रूप में जाना जाता है, एक से 9 तक के अंकों को मूलांक कहते है और इसके आगे की संख्याओं का योग करके मुलांक बना लिए जाते है l
मूलांक को जन्म तारीख से सहज ही निकाला जा सकता है जैसे मान लिया किसी का जन्म 2, 11, 20 या 29 तारीख को होता है तो उस व्यक्ति का मूलांक 2 होगा l इसी प्रकार दूसरे मूलांकों को भी ज्ञात किया जा सकता है जिस व्यक्ति का जो भी मूलांक होता है उसी के अनुसार उसका स्वभाव, रहन-सहन, खान-पान, व्यवहार आदि होता है l
अंक ज्योतिष में सभी 9 मूलांकों का संक्षिप्त विवरण आगे दिया जा रहा है l
अंक - 1
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी मास की 1, 10, 19, 28 को हुआ हो उनका मूलांक 1 होता है, इसका स्वामी ग्रह सूर्य है l
विशिष्टता - इस अंक के जातक दृढ़ इक्छा शक्ति को रखने वाले व रचनात्मक प्रवृति के होते है ये स्वभाव से हँसमुख और दूसरों को अपनी ओर तुरंत ही आकर्षित करने वाले होते हैं साथ ही अदम्य साहसी व नेतृत्व प्रधान भी होते हैं, किसी के प्रभाव या दवाब में रहकर काम करना इनके बस की बात नहीं होती l परिवार, समाज, मित्र मंडली व कार्यस्थल पर भी नेतृत्व करने का गुण प्रधान बना रहता है, चाटुकारिता व झूठी खुशामद इनको पसंद नहीं होती है l जिसके चलते कई बार इनके नौकरी-व्यवसाय में भी परिवर्तन होता रहता है l
नवीनता की खोज में लगे रहना, विलक्षण एवं अद्भुत कार्य करना भी इनका एक अन्य गुण है l
निर्णय करने में ये बहुत चतुर होते है अनिश्चय की स्थिति न के बराबर होती है इनके निर्णय अधिकांशतः सही होते है l
ये स्वतंत्र प्रकृति के व अधिकार पसंद होते है, बड़ी से बड़ी व्यवस्था व अधिकार को बाखूबी सँभालने की क्षमता इनके व्यक्तित्व में समाहित होती है l
यह अपने निश्चय पर अटल रहते है और अपने लक्ष्य को जब तक प्राप्त नहीं कर लेते यह चैन की सांस नहीं लेते, यही कारण है कि यह किसी भी क्षेत्र में काम करें वहां के मुख्य पद को प्राप्त करके ही रहते है l
सावधानियां ---
1.अपने अहंकारी व हठी स्वाभाव से बचें l
2. खर्च पर नियंत्रण करने का प्रयत्न करें व धन संचय पर ध्यान दें l
3. धन के मामले में कोई जोखिम न लें बरना धोखाधड़ी व धन-मान की हानि संभव है l
4. प्रेम प्रसंग के मामले में सावधानी बरतें अन्यथा समाज में धूमिलता का सामना करना पड़ सकता है l
अनुकूल व प्रतिकूल समय -- 22 मार्च से 28 अप्रैल और 21 जुलाई से 28 अगस्त तक का समय इनके लिए बहुत शुभ व प्रभावशाली होता है l
अक्टूबर,नवंबर और दिसंबर के महीने प्रतिकूल सिद्ध होंगे, अतः इन महीनों में सावधानी बरतनी चाहिए और कोई नवीन कार्य आरम्भ नहीं करना चाहिए l
शुभ व अशुभ तिथियां --
किसी भी महीने की 1, 10, 19 व 28 तारीख शुभ रहेगी अपने महत्व पूर्ण कार्य इन्हीं तिथियों में करने का प्रयास करना चाहिए l
इस अंक के 2 व 7 मित्र अंक है अतः वो सभी तिथियां जिनका योग एकल अंक 2 या 7 हो, भी शुभ होती है l
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी मास की 1, 10, 19, 28 को हुआ हो उनका मूलांक 1 होता है, इसका स्वामी ग्रह सूर्य है l
विशिष्टता - इस अंक के जातक दृढ़ इक्छा शक्ति को रखने वाले व रचनात्मक प्रवृति के होते है ये स्वभाव से हँसमुख और दूसरों को अपनी ओर तुरंत ही आकर्षित करने वाले होते हैं साथ ही अदम्य साहसी व नेतृत्व प्रधान भी होते हैं, किसी के प्रभाव या दवाब में रहकर काम करना इनके बस की बात नहीं होती l परिवार, समाज, मित्र मंडली व कार्यस्थल पर भी नेतृत्व करने का गुण प्रधान बना रहता है, चाटुकारिता व झूठी खुशामद इनको पसंद नहीं होती है l जिसके चलते कई बार इनके नौकरी-व्यवसाय में भी परिवर्तन होता रहता है l
नवीनता की खोज में लगे रहना, विलक्षण एवं अद्भुत कार्य करना भी इनका एक अन्य गुण है l
निर्णय करने में ये बहुत चतुर होते है अनिश्चय की स्थिति न के बराबर होती है इनके निर्णय अधिकांशतः सही होते है l
ये स्वतंत्र प्रकृति के व अधिकार पसंद होते है, बड़ी से बड़ी व्यवस्था व अधिकार को बाखूबी सँभालने की क्षमता इनके व्यक्तित्व में समाहित होती है l
यह अपने निश्चय पर अटल रहते है और अपने लक्ष्य को जब तक प्राप्त नहीं कर लेते यह चैन की सांस नहीं लेते, यही कारण है कि यह किसी भी क्षेत्र में काम करें वहां के मुख्य पद को प्राप्त करके ही रहते है l
सावधानियां ---
1.अपने अहंकारी व हठी स्वाभाव से बचें l
2. खर्च पर नियंत्रण करने का प्रयत्न करें व धन संचय पर ध्यान दें l
3. धन के मामले में कोई जोखिम न लें बरना धोखाधड़ी व धन-मान की हानि संभव है l
4. प्रेम प्रसंग के मामले में सावधानी बरतें अन्यथा समाज में धूमिलता का सामना करना पड़ सकता है l
अनुकूल व प्रतिकूल समय -- 22 मार्च से 28 अप्रैल और 21 जुलाई से 28 अगस्त तक का समय इनके लिए बहुत शुभ व प्रभावशाली होता है l
अक्टूबर,नवंबर और दिसंबर के महीने प्रतिकूल सिद्ध होंगे, अतः इन महीनों में सावधानी बरतनी चाहिए और कोई नवीन कार्य आरम्भ नहीं करना चाहिए l
शुभ व अशुभ तिथियां --
किसी भी महीने की 1, 10, 19 व 28 तारीख शुभ रहेगी अपने महत्व पूर्ण कार्य इन्हीं तिथियों में करने का प्रयास करना चाहिए l
इस अंक के 2 व 7 मित्र अंक है अतः वो सभी तिथियां जिनका योग एकल अंक 2 या 7 हो, भी शुभ होती है l
इसी प्रकार वे सभी वर्ष जिनका योगफ़ल एकल अंक 1, 2 या 7 आये.
शुभ वार -- रविवार व सोमवार
नौकरी या व्यवसाय ---गांव का प्रधान, प्रमुख एवं प्रसिद्ध व्यक्ति, केमिस्ट, दबाओं की दुकान, सोने-चांदी की दुकान, सैनिक, सेना अध्यक्ष, सेल्स एग्जीक्यूटिव, निदेशक, तथा व्यवस्था से जुड़े अन्य प्रमुख पद आदि l
बीमारियां -- सर दर्द, नेत्रविकार, पित्तविकार, बुखार, हिरदै रोग, अस्थि एवं चर्म रोग, पेट व पीठ सम्बंधित रोग l
शुभ रंग -- सुनहरा, पीला व तांबे की आभा वाला रंग व भूरा रंग l
भाग्यशाली रत्न ---- आपका शुभ रत्न माणिक्य हैl इनको रविवार को सोने की अंगूठी में 5 या 6 रत्ती का माणिक अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए l
बीमारियां -- सर दर्द, नेत्रविकार, पित्तविकार, बुखार, हिरदै रोग, अस्थि एवं चर्म रोग, पेट व पीठ सम्बंधित रोग l
शुभ रंग -- सुनहरा, पीला व तांबे की आभा वाला रंग व भूरा रंग l
भाग्यशाली रत्न ---- आपका शुभ रत्न माणिक्य हैl इनको रविवार को सोने की अंगूठी में 5 या 6 रत्ती का माणिक अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए l
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